एक शातिर चूहा और एक दयालु हाथी | Very Short Story in Hindi

एक जंगल था, घना और हरा-भरा। उस जंगल में रहता था एक शरारती चूहा, जिसका नाम था रिंकू। रिंकू अपनी शरारतों के लिए मशहूर था। वो पेड़ों पर चढ़कर बंदरों को चिढ़ाता, चींटियों के घरों में घुसकर उनके दाखिलों को चुराता, और हिरणों की पूंछ खींचकर हंसता।

एक दिन, रिंकू एक विशाल पेड़ के नीचे खेल रहा था। तभी, उसने एक जोरदार आवाज सुनी। वो ऊपर देखा, तो उसने एक विशाल हाथी को पेड़ के पास खड़े देखा। हाथी का नाम था एली, और वो जंगल का सबसे दयालु प्राणी था।

एली ने धीरे से अपनी सूंड को नीचे किया और रिंकू से पूछा, “छोटे से, तुम रो क्यों रहे हो?” रिंकू ने बताया कि उसका पैर एक जाल में फंस गया है। एली ने अपनी सूंड से धीरे से जाल को हटाया और रिंकू को आजाद कर दिया। रिंकू बहुत खुश हुआ और एली को धन्यवाद दिया।

रिंकू को अपनी शरारतों पर शर्म महसूस हुई। उसने एली से वादा किया कि वो अब किसी को नहीं सताएगा। एली ने रिंकू को मुस्कुराते हुए कहा, “मुझे खुशी है कि तुमने सीख लिया है। याद रखो, दूसरों की मदद करना हमेशा खुशी देता है।”

उस दिन से, रिंकू एक अलग चूहा बन गया। उसने अपनी शरारतें छोड़ दीं और दूसरों की मदद करना शुरू कर दिया। वो चींटियों को उनके दाखिलों को ढोने में मदद करता, बंदरों के लिए फल तोड़ता, और हिरणों को खतरे से बचाता। जंगल के सभी जानवर रिंकू से प्यार करने लगे, और वो जंगल का हीरो बन गया।

इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि दूसरों की मदद करना और अच्छा व्यवहार करना बहुत ज़रूरी है। इससे न सिर्फ दूसरों को खुशी मिलती है, बल्कि खुद को भी अच्छा लगता है। तो चलो, आज से हम सब रिंकू की तरह दूसरों की मदद करने का वादा करें!

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