एक छोटी सी चिड़िया की बड़ी उड़ान की कहानी | Motivational Short Story in Hindi

एक घने जंगल में, छोटी सी चिड़िया चिम्प चहकाती रहती थी। उसका सपना था कि वह आकाश का स्पर्श करे, दूर-दूर तक उड़ान भर सके। लेकिन दूसरे पक्षी उसका मजाक उड़ाते थे। “तू इतनी छोटी है, इतनी दूर कैसे उड़ पाएगी?” वे कहते।

चिड़िया निराश नहीं हुई। उसने दृढ़ संकल्प लिया कि वह एक दिन जरूर सफल होगी। हर सुबह सूरज निकलने से पहले, वह अभ्यास करती। ऊंचे-ऊंचे पेड़ों पर चढ़ती, हवा में कूदती, अपने पंखों को और मजबूत बनाने की कोशिश करती। उसका हौसला कभी डगमगाया नहीं।

एक दिन, तूफान आया। बड़े-बड़े पेड़ हिलने लगे, पत्तियां उड़ने लगीं। दूसरे पक्षी डरकर अपने घोंसलों में छिप गए। लेकिन चिड़िया ने हार नहीं मानी। उसने हवा के झोंकों का फायदा उठाया, ऊपर की ओर उड़ने लगी। तूफान उसे ऊपर उठाता गया, ऊपर उठाता गया।

जब तूफान थमा, तो चिड़िया ने पाया कि वह बादलों के ऊपर है। उसने नीचे देखा तो जंगल छोटा सा खिलौना लग रहा था। उसने चारों ओर देखा तो अनंत आकाश फैला हुआ था। उसने पहली बार इतना सुंदर दृश्य देखा था।

खुशी से उसकी आंखों में आंसू आ गए। उसने महसूस किया कि उसका सपना पूरा हो गया है। उसने उड़ान भरना नहीं छोड़ा। वो और दूर जाती, नए-नए स्थानों को देखती, नई चीजें सीखती।

जब वह जंगल लौटी तो दूसरे पक्षी उसका सम्मान करते थे। उन्होंने उसके साहस और लगन की तारीफ की। चिड़िया उन्हें बताती, “सपने कितने भी बड़े हों, हार मत मानो। कोशिश करते रहो, एक दिन जरूर उड़ान भर पाओगे।”

नीति:

  • हौसला और मेहनत से कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है।
  • छोटे होने का मतलब कमजोर होना नहीं है
  • कभी हार मत मानो, प्रयास करते रहो, सफलता जरूर मिलेगी।

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