रिया और जादुई पेड़ की कहानी | Bacchon Ki Kahani
एक समय की बात है, एक छोटे से गाँव में एक बहुत ही प्यारी और शरारती लड़की रिया रहती थी। रिया की आँखों में हमेशा खुशी और मस्ती की किरणें चमकती रहती थीं। वह हर किसी को हंसाने और खुश करने का बहुत शौकीन थी।
एक दिन, रिया ने सुना कि उसके गाँव के पास जंगल में एक बड़ा सा जादुई पेड़ है। लोग कहते थे कि जो भी उस पेड़ के नीचे जाता है, वहाँ कुछ भी मांगता है, वह पूरा हो जाता है। रिया ने भी सुना था इसके बारे में और उसने भी उस पेड़ को ढूंढने का मन बना लिया।
रिया ने अपने दोस्त सोनू को साथ लिया और वे उस जंगल की यात्रा पर निकल पड़े। जंगल में घूमते-फिरते हुए, वे वहीं पेड़ ढूंढ़ने निकले थे। लेकिन जंगल में रास्ता भटक गया था और वे खो गए।
देर रात हो गई और रिया और सोनू ने रास्ता भटक जाने के बाद उस जंगल में ही एक छोटे से गुफा में रुकना फैसला किया। वहाँ वे दोनों डरे हुए थे लेकिन उन्होंने एक-दूसरे को हिम्मत दी और उस गुफा में रात बिताई।
सुबह होते ही उन्होंने जंगल की ओर से रास्ता ढूंढ़ना शुरू किया। थोड़ी देर में वे उस जादुई पेड़ के पास पहुंचे। रिया ने उस पेड़ से पूछा, “क्या आप जादू कर सकते हैं?” पेड़ ने कहा, “हाँ, मैं तो सब कुछ पूरा कर सकता हूँ।”
रिया ने उस पेड़ से अपनी मनोकामना मांगी। वह चाहती थी कि उसके गाँव में सभी लोग खुश और सुखी रहें। पेड़ ने उसकी मांग मान ली और एक जादुई गुलाब की पूरी बागियों को उसके गाँव में भेज दिया।
जब रिया और सोनू वापस अपने गाँव पहुंचे, तो वे हैरान रह गए। गाँव में सभी घरों के आसपास खूबसूरत गुलाब की बागियाँ थीं। लोग खुश थे और हर जगह खुशियां फैली थी।
रिया ने समझा कि जादू का असली मतलब यही होता है, जब हम दूसरों की मदद करते हैं और उनकी खुशियों में हिस्सा बनते हैं। इससे उसका दिल बहुत खुश हुआ।
दिन बाद गाँव में एक खास मिलने आया, जिसने रिया को गाँव के सबसे अच्छे जीवन्त हस्तियों की गाथा सुनाने के लिए आमंत्रित किया। वह गाँव के बच्चों को सुनाने के लिए अपनी कहानी कहने चली गई।
रिया ने उन्हें बताया कि कैसे उसने वो जादूगर पेड़ ढूंढ़ा और उससे गुलाब की बागियों की मदद से अपने गाँव को खुशियों से भर दिया। वह सभी बच्चों को यह सिखाना चाहती थी कि हर किसी की मदद करना और उनकी खुशियों में भाग लेना हमें असली जादूगर बनाता है।
उसने सभी बच्चों को यह बताया कि हर किसी का जीवन खास होता है और हमें उसमें और दूसरों की मदद करके खुशियों का साथ देना चाहिए। उसकी बातों ने सभी बच्चों को प्रेरित किया और उन्होंने भी सोचा कि वे भी किसी न किसी की मदद करेंगे और खुशियों का वो प्यार फैलाएंगे।
इस अद्भुत कहानी के बाद, सभी बच्चे रिया को धन्यवाद दिया और उन्होंने भी वादा किया कि वे हमेशा दूसरों की मदद करेंगे और खुशियों का साथ देंगे। रिया ने खुश होकर उन्हें आशीर्वाद दिया और उनके दिलों में खुशियों की बागियाँ खिलाने का वादा किया।
इसी तरह रिया ने अपनी शरारत और मस्ती से भरी कहानी सुनाई और सभी को जादू की सच्चाई बताई। वह हर किसी के दिल में खुशियों की बातें लेकर चली गई, और उसका यह सफर कभी न खत्म होने वाला था।
रिया की खुशी और मस्ती के साथ उसने हर दिन नयी कहानियाँ बुनी। वह गाँव के हर कोने में चली गई, हर बच्चे के दिल में खुशियों की बीज बोने।
एक दिन, रिया ने देखा कि उसके गाँव के एक छोटे से बच्चे को बहुत रोते हुए देखा। वह जाकर उस बच्चे से पूछी, “तुम क्यों रो रहे हो?” बच्चा ने गम्भीरता से कहा, “मेरे पास खाने को कुछ नहीं है।”
रिया ने उस बच्चे को अपना खाना दिया और उसकी मदद की। वह उसे खुशियों से भरा हुआ देखकर रिया का दिल भी खुशी से भर गया।
इसके बाद से रिया ने सोचा कि वह हर दिन किसी न किसी की मदद करेगी। वह गाँव में हर बच्चे की मदद करने और उन्हें खुशी देने के लिए निकल पड़ी।
उसने बच्चों को पढ़ाई कराई, उन्हें खिलौने दिए, उनके साथ खेला और उन्हें प्यार दिया। उसकी यह छोटी सी कोशिश गाँव में बहुत बड़ा परिवर्तन लाई।
रिया की खुशियों ने उसके गाँव के हर व्यक्ति को अपनी ओर खींच लिया। उसकी मेहनत और दिल से की गई मदद ने सबके दिल में जगह बना ली।
इस तरह रिया ने अपनी छोटी-छोटी कदमों से एक बड़ा परिवर्तन लाया और उसके गाँव को खुशियों से भर दिया। उसने सबको यह सिखाया कि जब हम दूसरों की मदद करते हैं, तो हमारी खुशियाँ और भी बढ़ जाती हैं।
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