एक बार की बात है, एक गांव में एक सुंदर सी लड़की रहती थी। लड़की का नाम रानी था। रानी बहुत ही अच्छी और दयालु लड़की थी। वह हमेशा दूसरों की मदद करने के लिए तैयार रहती थी।
एक दिन, रानी अपने घर के पास एक जंगल में घूम रही थी। तभी, उसे एक घायल पक्षी दिखाई दिया। पक्षी अपनी चोट से तड़प रहा था। रानी पक्षी को देखकर बहुत दुखी हुई। उसने पक्षी को उठाया और अपने घर ले आई।
रानी ने पक्षी को साफ किया और उसकी चोट का इलाज किया। थोड़े ही दिनों में पक्षी ठीक हो गया। पक्षी बहुत खुश था। उसने रानी को धन्यवाद दिया।
पक्षी एक जादूगर था। उसने रानी की दयालुता से बहुत प्रभावित हुआ। उसने रानी को एक वरदान दिया। उसने कहा, “तुम जो भी चाहोगी, मैं तुम्हें दे दूंगा।”
रानी बहुत खुश हुई। उसने कहा, “मैं एक जादूगरनी बनना चाहती हूं।”
जादूगर ने रानी को एक जादू की छड़ी दी। उसने कहा, “इस छड़ी से तुम जो भी चाहोगी, कर सकती हो।”
रानी ने जादू की छड़ी ली और घर चली गई। घर पहुंचकर, उसने अपनी मां को बुलाया। उसने अपनी मां को सारी बात बताई।
रानी की मां बहुत खुश हुई। उसने कहा, “मैं तुम्हारे लिए बहुत खुश हूं।”
रानी ने जादू की छड़ी से कई तरह के जादू किए। उसने लोगों की मदद की। वह एक अच्छी जादूगरनी बन गई।
एक दिन, एक बुरी चुड़ैल ने रानी पर नजर लगाई। वह रानी को अपनी गुलाम बनाना चाहती थी। उसने रानी को एक जादू का टोना दिया।
टोने की वजह से रानी बीमार हो गई। वह बिस्तर पर पड़ी रहती थी। कोई भी उसके इलाज में सफल नहीं हो रहा था।
रानी की मां बहुत चिंतित थी। उसने कई तरह के डॉक्टरों को बुलाया, लेकिन कोई भी रानी को ठीक नहीं कर पाया।
एक दिन, एक बूढ़ा साधू रानी के गांव आया। उसने रानी की मां को देखा। उसने पूछा, “तुम इतनी चिंतित क्यों हो?”
रानी की मां ने सारी बात साधू को बताई।
साधू ने कहा, “मुझे लगता है कि तुम्हारी बेटी पर किसी ने जादू का टोना किया है।”
साधू ने रानी को देखा। उसने टोने को पहचान लिया। उसने टोने को तोड़ दिया।
टोना टूटते ही, रानी ठीक हो गई। वह बहुत खुश हुई। उसने साधू को धन्यवाद दिया।
रानी ने बुरी चुड़ैल का पता लगाया। उसने चुड़ैल को हरा दिया। चुड़ैल भाग गई।
रानी फिर से एक अच्छी जादूगरनी बन गई। वह हमेशा दूसरों की मदद करती थी।
नैतिक:
भलाई हमेशा जीतती है। बुराई का अंत सदैव होता है।
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