यह कहानी राजस्थान के एक छोटे से गाँव में स्थित एक पुरानी हवेली की है। हवेली का नाम “अमर हवेली” था और यह 18वीं शताब्दी में एक अमीर व्यापारी द्वारा बनवाई गई थी। व्यापारी ने हवेली को वास्तु के अनुसार बनवाया था, ताकि उसमें रहने वाले लोगों को सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य प्राप्त हो सके।
हवेली कई पीढ़ियों तक व्यापारी के परिवार में रही। धीरे-धीरे व्यापारी का परिवार बिखर गया और हवेली खाली हो गई। हवेली की देखभाल करने वाला कोई नहीं था, जिसके कारण यह जर्जर होने लगी।
कुछ सालों बाद, एक युवा जोड़ा हवेली में रहने के लिए आया। पति का नाम रवि था और पत्नी का नाम रीना था। रवि और रीना हवेली की खूबसूरती से मोहित हो गए थे और उन्हें इस हवेली में रहने का ख्याल बहुत पसंद आया।
हवेली में रहने के कुछ दिनों बाद, रवि और रीना को अजीबोगरीब घटनाओं का सामना करना पड़ा। उन्हें रात में अजीबोगरीब आवाजें सुनाई देती थीं और कभी-कभी उन्हें हवेली में किसी अदृश्य व्यक्ति की उपस्थिति महसूस होती थी।
एक रात, रीना को सपने में एक बूढ़ी औरत दिखाई दी। बूढ़ी औरत ने रीना को बताया कि वह हवेली की असली मालकिन है और वह हवेली में रहने वाले लोगों से नाराज है।
अगले दिन, रवि और रीना ने हवेली छोड़ने का फैसला किया। उन्होंने हवेली के बारे में गाँव के लोगों से पूछा, तो लोगों ने बताया कि हवेली भूतिया है और वहाँ कई लोग मर चुके हैं।
रवि और रीना हवेली से चले गए, लेकिन हवेली की भयानक घटनाएं उनके दिमाग में हमेशा के लिए रह गईं।
सीख:
- वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि इन नियमों का उल्लंघन करने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हो सकता है।
- नकारात्मक ऊर्जा के कारण अजीबोगरीब घटनाएं हो सकती हैं, जैसे कि भूत-प्रेत का साया, अजीबोगरीब आवाजें, और पागलपन।
- वास्तु के अनुसार बनाए गए घर और इमारतें सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश करते हैं, जिसके कारण रहने वालों को सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य प्राप्त होता है।
Read More…..