गोलू बकरी और दोस्तों की एकता | Hindi Kids Story
एक गाँव में एक बड़ी ही प्यारी बकरी रहती थी। उसका नाम गोलू था। गोलू बहुत ही मिस्चीवस और खुशमिजाज थी।
एक दिन, गोलू ने सोचा कि वह अपने दोस्तों के साथ पर्वत पर चढ़ेगी। उसने अपने सब बकरी दोस्तों को बुलाया और सब मिलकर पर्वत की ओर चल दिए।
रास्ते में वे बहुत सारे सुंदर फूल और हरियाली देख रहे थे। सबने खूब मस्ती की और एक साथ खेला।
पर्वत पर पहुँचकर, वे सभी ने खूबसूरत नजारों का आनंद लिया। गोलू ने उन्हें बताया कि वह यहाँ चढ़ने आई थी क्योंकि वह चाहती थी कि उन्हें यह सुंदरता देखने का मौका मिले।
पर्वत पर वे खेलने लगे, लेकिन अचानक एक छोटी सी बौछार आई। सभी बकरियाँ डर गईं और भागने लगीं।
गोलू ने देखा कि एक बकरी डर से अकेली होकर खड़ी हो गई है। वह उसके पास गई और उसे साहस दिया।
गोलू ने कहा, “दोस्तों, हमें साथ मिलकर इस बौछार को परास्त करना चाहिए।”
उसके बोलते ही, सभी ने मिलकर उस बौछार को भगाया। वे सब ने साथ मिलकर मुश्किल को पार किया।
बौछार भाग गई और सभी ने खुशी-खुशी घर वापस चल दिया।
गोलू ने सिखाया कि हमें एक-दूसरे का साथ देना चाहिए जब हमें किसी मुश्किल से निपटना हो। वो बताया कि एकता में ही हमारा बल है।
कुछ दिनों बाद, गोलू और उसकी बकरी दोस्तों ने फिर से एक साथ पर्वत पर चढ़ने का निर्णय किया। इस बार उन्होंने अपनी तैयारियों में और भी ध्यान दिया।
वे सभी ने मिलकर एक-दूसरे का सहारा बनाया और पर्वत की ऊचाई पर पहुंचे। वहाँ पर, उन्होंने खूबसूरती को देखा और उसे महसूस किया।
गोलू ने देखा कि उनके साथी बकरियों ने एक-दूसरे का सहारा दिया और एकता में खुशियाँ ढूंढीं। वह बहुत खुश हुआ कि उन्होंने पहले वाली गलती सुधारी और सबको साथ मिलकर कामयाबी हासिल की।
इस पर्वत चढ़ाव में उन्होंने एक-दूसरे का साथ देने का महत्त्व समझा और यह सीखा कि साथ मिलकर हर मुश्किल को आसानी से पार किया जा सकता है।
गोलू और उसकी बकरियाँ वापस आकर खुशियों की बौछार मचाते रहे। उनका यह साथ और एकता हर दिन की जिंदगी को और भी खास बना दिया।
इसके बाद से, वे हमेशा एक-दूसरे के साथ रहकर हर मुश्किल को आसानी से हल करते और खुशियों का एक नया सिलसिला बिताते रहे।
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