एक बार की बात है, एक छोटी सी परी थी जिसका नाम चंदा था। वह एक सुंदर और दयालु परी थी जो हमेशा दूसरों की मदद करने के लिए तैयार रहती थी। एक दिन, चंदा एक जंगल में घूम रही थी जब उसने एक छोटा सा बच्चा रोते हुए देखा। बच्चा अपना रास्ता खो गया था और अपने माता-पिता से अलग हो गया था। चंदा ने बच्चे को सांत्वना दी और उसे अपने घर ले गई।
चंदा ने बच्चे की देखभाल की और उसे उसके माता-पिता को खोजने में मदद की। चंदा की मदद से, बच्चा अपने माता-पिता से मिल गया और वह बहुत खुश था। बच्चे के माता-पिता ने चंदा को धन्यवाद दिया और उसे एक उपहार दिया। उपहार एक जादुई पंख था जो चंदा को उड़ने की शक्ति देगा।
चंदा बहुत खुश थी कि उसने एक अच्छा काम किया था। उसने अपने नए पंखों का उपयोग दुनिया की यात्रा करने और दूसरों की मदद करने के लिए किया। चंदा ने कई तरह के लोगों की मदद की, जिसमें गरीबों, बीमारों और जरूरतमंदों शामिल हैं। वह हमेशा एक अच्छा काम करने के लिए तैयार थी और उसे हमेशा दूसरों की मदद करके खुशी मिलती थी।
एक दिन, चंदा एक छोटे से गांव में पहुँची जहाँ एक दुष्ट जादूगर रहता था। जादूगर गांव के लोगों को परेशान कर रहा था और उन्हें डराता था। चंदा ने जादूगर को रोकने का फैसला किया।
चंदा ने जादूगर से लड़ाई की और उसे हराया। जादूगर को हराकर, चंदा ने गांव के लोगों को मुक्त कर दिया। गांव के लोग चंदा की बहुत सराहना करते थे और उन्हें एक नायक के रूप में मानते थे।
चंदा ने अपनी शेष जिंदगी लोगों की मदद करने में बिता दी। वह एक महान परी थी और उसकी कहानी आज भी लोगों को प्रेरित करती है।
शिक्षा:
- अच्छाई हमेशा जीतती है।
- दूसरों की मदद करना महत्वपूर्ण है।
- सपने देखना और उनका पीछा करना कभी नहीं छोड़ना चाहिए।
मुझे उम्मीद है कि आपको यह परी कथा पसंद आई होगी।
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